वो जो कहते थे सांसे थम जायेंगी तुमसे बिछड़ कर
सुना है किसी और को CPR दे रहे हैं
तुम हो तुम थे और तुम्हीं रहोगे कहने वाले
किसी और को प्यार बेशुमार दे रहे हैं
किस हद तक देखना पड़ेगा दुनियां का ये दोगलापन
बेवफा लोग आजकल वफा पे ज्ञान यार दे रहे हैं
हमसे हर बात पर तकरार करने वाले,
अब खुलेआम लोगों को उधार दे रहे हैं
बंद कमरे मे एकांत वास हो जाते थे जो घंटों तक
हमसे दूरी क्या बड़ी सबको समय बार बार दे रहे हैं
चेहरे पे नकाब है या नक़ाब मे चेहरा
लगता है ऐसे लोगों को तवज्जो हम भी बेकार दे रहे हैं
Thank you so much
ReplyDeleteWah wah taliyaaaaaaa👏
ReplyDeleteबहुत बहुत शुक्रिया
Delete☺️☺️☺️☺️☺️☺️☺️
ReplyDelete😍😍😍
Deleteशानदार शायरी.... good sir
ReplyDeleteThank you so much
DeleteKidney touching line sir 😊
ReplyDeleteHahaha thank you so much
Deleteयार, ये शेर पढ़कर तो सीधा हँसी भी आई और दिल में कसक भी जगी। आपने जिस अंदाज़ में धोखे और दिखावे को उधेड़ा है, वो बहुत ही चुभता हुआ सच है। "CPR" वाली लाइन तो गज़ब तंज है, सीधे दिल पर लगती है। रिश्तों की सच्चाई यही है कि जो लोग कल तक हमारी धड़कनों से जुड़े थे, वही आज किसी और को अपना वक्त, प्यार और ध्यान बाँट रहे हैं।
ReplyDeleteशुक्रिया
DeleteNice one👍
DeleteThank you
Deleteवाह्ह वाह्ह... एक से बढ़कर एक बढ़िया शेर... सुंदर गज़लः
ReplyDeleteसादर।
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जी नमस्ते,
आपकी लिखी रचना मंगलवार 9 सितंबर २०२५ के लिए साझा की गयी है
पांच लिंकों का आनंद पर...
आप भी सादर आमंत्रित हैं।
सादर
धन्यवाद।
बहुत बहुत आभार महोदया 🙏
Deleteव्वाहहहहहहह
ReplyDeleteशानदार
आभार
बहुत बहुत शुक्रिया एवं आभार
Deleteसी पी आर लेने के लिए खुद के दिल में झटका आना होता है
ReplyDeleteझटका ना भी आए सड़क पर लुढ़का हुआ दिखाना होता है
अच्छा है :)
बहुत बहुत आभार गुरुजी 🙏
DeleteWaah! waah! Bahut badiya likha h👏👏👏👏
ReplyDeleteबहुत बहुत शुक्रिया
DeleteVery nice 👍🏻👍🏻👍🏻
ReplyDeleteThank you
Deleteबहुत सुंदर रचना
ReplyDeleteWelcome to my new post....
बहुत बहुत शुक्रिया
ReplyDeleteवाह ... हर पंक्ति पर कमाल का व्यंग और सटीक कहन ...
ReplyDeleteबढ़िया रचना ...
बहुत बहुत आभार महोदय 🙏
DeleteWaah .. very nice 💯👏
ReplyDeleteThank you so much
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